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भाजपाई राज में किसान बना अपने खेतो का चौकीदार-शिव नारायण*


मऊ रानीपुर(झांसी)अन्ना जानवरों से परेशान ग्राम पंचमपुरा के किसानों ने तहसील परिसर मऊरानीपुर में उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले समय 11:00 बजे से धरने पर बैठे अन्ना जानवर व गौशाला से संबंधित समस्याओं का स्थाई समाधान ना होने के चलते धरने पर बैठ गए और उन्होंने मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ , डीएम झांसी, सीडीओ झांसी के नाम संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी मऊरानीपुर को सौंपा और जिसमें अल्टीमेटम दिया गया कि यदि 15 दिनों में ग्राम पंचमपुरा के किसानों की अन्ना जानवरों से संबंधित गौशाला का स्थाई समाधान जब तक नहीं होता है तो पन्द्रह दिनों के बाद विकासखंड मऊरानीपुर में तालाबंदी व चक्का जाम किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।  ज्ञापन एसडीएम मऊरानीपुर को देने के बाद किसानों ने विकास खंड मऊरानीपुर की ओर कूच किया और विकासखंड मऊरानीपुर किया घेराव । गांव के किसानों ने बताया कि लगभग 1 साल पहले अन्ना जानवरों की समस्या काफी जटिल हो चुकी है उनके आश्रय केंद्र जो अस्थाई बना हुआ था उसमें चारा भूसा पानी की किल्लत आ चुकी है भूसा सड़ चुका है जो अन्ना जानवरों को नहीं खिलाया गया और बारिश ज्यादा होने से भूसा सड़  चुका है उसके बावजूद भी वहां पर बताया गया कि उसके रखरखाव के लिए जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी में अन्ना जानवरों को गौशाला में ना रखकर गांव में छुट्टा छोड़ दिया है और जिसके चलते अन्ना जानवर किसानों की फसलों को नष्ट करने में लगे हुए लगभग 50 से ज्यादा किसानों की फसलों को नष्ट कर चुके हैं जिसके चलते किसानों में काफी आक्रोश था और उनके दर्द की पीड़ा सुनने लायक थी किस प्रकार से वह मेहनत करके अपनी फसलों को बचाने में लगे हुए हैं किस प्रकार से उनके हाथों में अन्ना जानवरों से अपनी फसल को बचाते हुए जो चोट लगी है व चोटों के निशान दिखा रहे हैं किस प्रकार से खेतों में दलदली मार्गों में रहकर अन्ना जानवरों से अपनी फसल को बचाते हैं उनकी इस पीड़ा से गांव के प्रधान , सचिव व  जिम्मेदार ब्लॉक के अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है जिस कार्य के लिए उन्हें रखा गया है वह कार्य व अपनी जिम्मेदारियों से निभाने में पूर्णता असफल हो चुके हैं इन्हीं चीजों से व्यथित होकर आज किसानों के सब्र का बांध टूटा और तहसील परिसर मऊरानीपुर में आकर धरने पर बैठ गए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ खरी-खोटी सुनाते हुए अपनी पीड़ा का स्थाई समाधान कराने की मांग की जिन की पीड़ा को सुनते हुए उपजिलाधिकारी महोदय ने आश्वासन दिया है कि आपकी समस्या का स्थाई समाधान होगा । दिलचस्प बात यह है कि जब किसानों ने विकासखंड मऊरानीपुर की ओर कूच कर विकास खंड मऊरानीपुर का घेराव किया और अपनी पीड़ा से ब्लाक अधिकारी को अवगत कराया । बीडीओ साहब ने बताया कि 1 ग्राम पंचायत में केवल एक गौशाला हो सकती है तो किसानों ने वीडियो साहब से पूछा कि जब गौशाला बनाई गई थी तो उस समय गांव में कितने अन्ना जानवर थे और जानवरों की क्षमता के अनुसार क्या गौशाला का निर्माण किया गया तो इन बातों का जवाब उनके पास नहीं था उनके पास यह था कि उनकी तत्काल समस्याओं का समाधान करने के लिए अस्थाई रूप से गौशाला बना दी थी जो केवल शासन की नीतियों को दर्शाने का एक तरीका था इससे किसानों व अन्ना जानवरों की समस्या का स्थाई समाधान नहीं हुआ अपितु किसान बनाम अन्ना जानवर के बीच समस्या और जटिल हो गई है और आज किसान अपने का चौकीदार बन चुका है लेकिन अन्ना जानवरों से अपनी फसल को बचाने में असफल हो चुका है क्योंकि अन्ना जानवरों की भूख गौशाला से पूरी नहीं होने के कारण व खेतों में पहुंचने को मजबूर हैं लेकिन इस अन्ना जानवरों की इस पीड़ा को भी शासन प्रशासन कोई अधिकारी नहीं समझ पा रहा है ।  किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने कहा कि 
2022 में भाजपा सरकार ने किसानों की आमदनी दुगनी करने का दावा किया था जो जुमला साबित हुआ गांव-गांव गौशाला बनाने का वादा किया था जो जुमला साबित हुआ आज छुट्टा जानवर किसानों के खेत पर हैं या रोड पर घूम रहे हैं किसानों की फसलें बर्बाद हो रही किसान आत्महत्या कर रहा है रोड पर एक्सीडेंट हो रहा है लोग जान गवा रहे किसानों की आमदनी दुगनी करने का दावा हवा हवाई साबित हुआ अब किसान अपनी उपज को नहीं बचा पा रहा है मजबूरन आज किसान तहसील में धरना प्रदर्शन किया ज्ञापन दिया उसके बाद विकासखंड मऊरानीपुर का घेराव किया जिम्मेदार अधिकारियों ने कहां 24 घंटे में व्यवस्था बना दी जाएगी यदि व्यवस्था नहीं सुधरेगी तो विकासखंड मऊरानीपुर का तालाबंदी किया जाएगा जरूरत पड़ेगी तो चक्का जाम किया जाएगा लेकिन किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । किसान सेवक शेखर राज बडौनियां ने कहा कि अन्ना जानवरों से किसानों की फसलों को बचाने के लिए गौशाला की रणनीति समस्याओं का तात्कालिक समाधान है न कि दीर्धकालिक समाधान । मौके पर प्यारेलाल बेधड़क रामाधार निषाद पहलाद पटेल मानवेंद्र पटेल आदिनाथ दयाल रामसाय मूलचंद प्रेमचंद जवाहरलाल अरविंद जय नारायण महेश चंद राजू चौहान दुर्गा प्रसाद खेम सिंह पटेल प्रेम नारायण पंखी लाल मुन्ना लाल बरार रोशन लाल गणपत अहिवार प्रेम चंद बेरवा मोहनलाल मूलचंद बैजनाथ दयाराम पटेल अरविंद रामसाय पहलवान जय नारायण पटेल आशीष आदेश निरंजन मुन्नालाल भागीरथ जगन्नाथ यशदीप भगवानशरण करोड़ी लाल शत्रुघ्न दुरगाई महेंद्र कुमार पन्नालाल लक्ष्मी प्रसाद जयप्रकाश प्रेम नारायण जुगल किशोर कमलेश कुमार सिया राम बलराम भुवन बृजेश मुन्नालाल अंशुल पटेल बिहारी सिंह तोमर हरिशचंद्र मिश्रा मुकेश कुशवाहा चेनू बुढ़िया ब्रजकिशोर पाल राजू आर्य इंद्रपाल सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे ।
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