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*छात्र बच्चो को शीछा के साथ संस्कार भी दे - कर्म योगी*

  मऊरानीपुर(झांसी) विकासखंड अंतर्गत ग्राम भंडरा स्वामी देवानंद इंटर कॉलेज संस्था प्रधानाचार्य श्रीकांत खरे की अध्यक्षता में भारत की क्षमता संग्राम सेनानी पदम विभूषण से सम्मानित कैप्टन लक्ष्मी सहगल की पुण्यतिथि पर तथा भारत के महान क्रांतिकारी संता संग्राम सेनानी पंडित चंद्रशेखर आजाद एवं लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक दोनों महापुरुषों की जयंती का आयोजन संयुक्त रूप से विद्यालय में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बुंदेलखंड के समाजसेवी राष्ट्रीय आदर्श शिक्षा रत्न उपाधि से सम्मानित संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड द्वारा भारत देश के महापुरुषों के बारे में अलग-अलग विचारों से समझाया गया कार्यक्रम के शुभारंभ में सर्वप्रथम विद्यालय में पढ़ने वाली पांच छात्राओं बेटियों के पद पूजन और सम्मानित करने के साथ विद्यालय में होनहार 2 छात्रों को भी सम्मानित किया गया संस्था प्राचार्य श्रीकांत खरे शिक्षक  लखन पटेल लक्ष्मी प्रसाद राय श्रीपद प्रसाद पाल भूपत प्रसाद पटेल सुरेश गुप्ता शशि बाला श्रीवास राकेश श्रीवास राजेंद्र प्रसाद द्वारा विद्यालय में पधारे समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी के स्वागत में विचार रखें l 2 घंटे तक बालसभा चली जिसमें शिक्षा संस्कारों सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा एवं माता-पिता गुरुओं के सम्मान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई l संस्था प्रधानाचार्य श्रीकांत खरे अपने विचार रखते हुए कहा बुंदेलखंड क्षेत्र में जो काम निस्वार्थ परोपकारी भावना से लेकर कर्मयोगी के रूप में समाजसेवी संतोष गंगेले कर रहे हैं उनके कार्यों की तुलना करने वाला वर्तमान में कोई व्यक्ति भी हो सकता है ऐसे महापुरुष को विद्यालय शत-शत स्वागत अभिनंदन करता है l राजकीय प्राथमिक विद्यालय भंडरा ब्लॉक मऊरानीपुर विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती निधि साहू ने विद्यालय में पधारे बुंदेलखंड के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी के द्वारा विद्यालय में छोटे-छोटे बच्चों को नैतिक शिक्षा वर्ग संस्कारों की प्रेंडा देने वाली विभिन्न कहानियों के माध्यम से उनको शिक्षा से जोड़ने नैतिक शिक्षा के साथ परिवार समाज और देश के लिए सेवा करने का संकल्प दिलाया विद्यालय परिवार उनका स्वागत और आभार व्यक्त करता है l विद्यालय के शिक्षक  राजेश प्रताप सिंह श्रीमती पिंकी तिवारी श्रीमती पूनम परिहार द्वारा विचार रखते हुए कहा कि वर्तमान में बच्चों को मोटिवेट करना और उनको शिक्षा और संस्कार उसे जोड़ने का काम जिस तरह से समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी द्वारा स्वयं मोटरसाइकिल से लगातार यात्रा करके हजारों हजारों बच्चों को शिक्षा व संस्कार से जुड़ रहे हैं उसकी कल्पना करना असंभव सा लगता है।
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