मऊरानीपुर(झांसी) ग्राम सिजारी बुजुर्ग में विशाल किसान पंचायत हुई जिसमें समस्याओं को लेकर किसान खूब गरजे जिम्मेदारों को खरी-खोटी सुनाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी पंचायत में प्रमुख रूप से सिजारी बुजुर्ग में गौशाला निर्माण सिंचाई के संसाधन अघोषित बिधुत कटौती 2021 खरीफ फसल मुआवजा बीमा क्लेम आदि समस्याओं को लेकर किसानों ने हुंकार भरी । किसान श्रीपत यादव ने बताया गांव में लगभग 300 छुट्टा जानवर घूम रहे हैं अभी तक गांव में गौशाला का निर्माण नहीं हुआ खरीफ फसल की बुवाई लगभग 60 परसेंट हो चुकी है 10 से 15 दिन बाद छुट्टा जानवर का आतंक शुरू हो जाएगा इसलिए गांव में गौशाला निर्माण कराया जाए। किसान नेता हरीश चंद्र मिश्रा ने बताया विद्युत कटौती से आम जनमानस बेहाल है उमस भरी गर्मी में बच्चे बूढ़े बीमार हो रहे हैं बिजली कटौती बंद कराई जाए।
किशोरी लाल अमीन ने बताया सबसे बड़ी समस्या अन्ना जानवर की है गांव में गौशाला नहीं बनाई गई तो फसलों को बचाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है इसलिए सर्वप्रथम हमारे गांव में गौशाला बनाई जाए गौशाला नहीं बनेगी तो बड़ा आंदोलन होगा। पंचायत में किसानों ने बताया कमरतोड़ महंगाई में खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है खाद बीज महंगे डीजल महंगा होने से खेती की लागत नहीं निकल रही है ऊपर से अन्ना जानवर से परेशान है मुआवजा बीमा क्लेम नहीं मिल रहा है उपज का सही दाम भी नहीं मिल रहा है मजबूरी में खेती कर रहे हैं साहब लागत निकालना मुश्किल हो गया है ।पंचायत को संबोधित करते हुए शिव नारायण सिंह परिहार ने कहा भाजपा सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है भाजपा निर्मित महंगाई से किसानों के खेतों की लागत बढ़ गई है आमदनी घट गई है समय-समय पर किसान हित में चलाई जा रही योजनाएं किसानों तक पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ देती हैं आज किसान खाद बीज की महंगाई पानी का संसाधन ना होने अन्ना जानवरों की रोकथाम की व्यवस्था ना होने बिजली कटौती अधिक होने के कारण किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है गांव में गौशाला नहीं बनाई जाती तो 15 दिनों बाद विकासखंड मऊरानीपुर का किसान कांग्रेस घेराव करेगी जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। पंचायत में प्रमुख रूप से सुंदरलाल हरीश चंद्र मिश्रा सीताराम गनपत मातादीन मूलचंद्र हिरदेश कुमार सेन ओमप्रकाश खंगार मूलचंद मानसिंह मूलचंद पाल करण सिंह किशोरीलाल परीक्षित आर्य पूरे अहिरवार सुत्ते बरार चिरु अहिरवार मुन्ना लाल अहिरवार गुरु दयाल प्रजापति रमेश दुलीचंद धन्नू श्यामलाल बरार मानसिंह धनाराम कालीचरण मथुरा प्रसाद रामेश्वर जागेश्वर भजनलाल सीताराम पाल नंदू बद्री राम चरण घनाराम छुनीलाल श्रीपत यादव जयराम मातादीन साहब सिंह यादव लालाराम कमला पत नंदलाल नंदकिशोर राघवेंद्र आर्य भज्जू महेंद्र सिंह सेंगर प्रताप दशरथ महेश ब्रज भूषण सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।