कटेरा (झाँसी) अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनों ने सोमवार को वट सावित्री पूजन किया। नगर में जगह-जगह वट वृक्ष के नीचे सुहागनें पूजन करते दिखीं। बरगद (वट वृक्ष) पेड़ के चारों तरफ परिक्रमा करते हुए महिलाओं ने धागा लपेटा।
वट सावित्री व्रत व सोमवती अमावस्या को लेकर महिलाएं भोर को ही जाग गईं और पूजन की तैयारी शुरू की। सजधज कर सुहागिनों पूजन करने के लिए बरगद व पीपल के पेड़ के नीचे पहुंचीं। नगर में मैन बाजार, पुराना बाजार, बड़ी माता मंदिर परिसर, सुरईपुरा सहित नगर के वट वृक्ष के नीचे महिलाओं ने विधि-विधान से वट सावित्री पूजन किया। किसी ने 108 तो किसी ने 14 फेरे लेकर वट वृक्ष पर धागा लपेटा और पूड़ी, चना, धान, वस्त्र व प्रसाद आदि चढ़ाया। सामूहिक रूप से महिलाओं ने वट सावित्री की कथा भी सुनाई। पूजन के बाद सुहागिनों ने बड़े-बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मान्यता है कि वट वृक्ष के नीचे ही बैठकर सावित्री ने यमराज से अपने पति के प्राण बचाए थे। पति की दीर्घायु के लिए ही यह व्रत रखा जाता है।
रिपोर्ट- भूपेन्द्र गुप्ता