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झांसी के किसान की खेती देखने पहुंचे संयुक्त कृषि निदेशक, जानिए क्या क्या उगाते हैं पूरन लाल

झांसी। आज संयुक्त कृषि निदेशक डा0 यू0पी0सिंह (बाढ़ो.यो.), कृषि भवन, लखनऊ के द्वारा जनपद  भ्रमण में परंपरागत कृषि विकास योजना अंतर्गत ग्राम बरेठी,फुटेरा बरुआसागर, विकासखंड बड़ागांव मैं जैविक खेती के प्रदर्शन को देखा।
       मौके पर प्रगतिशील कृषक पूरन लाल कुशवाह के खेत पर की जा रही जैविक खेती का भ्रमण कर उन्होंने विभिन्न उन्नतशील प्रजातियों के फलों के बागो का निरीक्षण किया जो किसान द्वारा तैयार किया गया, भ्रमण के दौरान उन्होंने खेत में ताइवान 776, पपीता, कागजी नींबू, कीवी, लखनऊ 49 प्रजाति का अमरुद, कटहल, ऑस्ट्रेलियन खजूर, एप्पल बेर आदि के पौधों को देखा, उन्होंने उक्त पौधों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और प्रगतिशील किसान श्री पूरन लाल से अपेक्षा की कि वह अपने क्षेत्र के अन्य किसानों को भी जानकारी दें ताकि वह भी इस प्रकार के पौधों की खेती करते हुए अपनी आय बढ़ा सकें।
       किसान पूरन लाल ने खेत में फलों के साथ औषधि पौधे जैसे सफेद मूसली, सतावर, जंगली तुलसी, अश्वगंधा, सूरन एवं सब्जियों में बरुआसागर क्षेत्र की प्रसिद्ध अरबी, हल्दी, अदरक, करेला, ककोरा आदि की फसलों का दिखाया जिसमें पूर्णता देसी गोबर की खाद का प्रयोग कर जैविक पद्धति से खेती की जा रही है। उन्होंने मौके पर योजना प्रभारी को निर्देश दिए कि किसान का जैविक प्रमाणन जैविक पोर्टल पर अवश्य कराया जाए ताकि अन्य लोग जैविक उत्पाद को सीधे खरीद सकें। उन्होंने कहा कि अदरक व हल्दी आदि को प्रोसेस करते हुए यदि मार्केट में लाया जाए तो किसान को अधिक लाभ होगा। उन्होंने बताया कि एफपीओ यदि प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जाने के लिए इच्छुक हैं तो सरकार द्वारा योजना अंतर्गत उन्हें अनुदान भी दिया जाएगा, इसके अतिरिक्त यदि किसान पॉलीहाउस में खेती करने में इच्छुक हैं तो उन्हें भी इस कार्य में अनुदान दिया जा रहा है।
            संयुक्त कृषि निदेशक डॉ0 यू0पी0 सिंह ने भ्रमण में किसानों को जानकारी देते हुए कहा कि खेत में मेड़बंदी अवश्य करें ताकि खेत की उर्वरा शक्ति को नुकसान ना हो। उन्होंने बताया कि मेड़बंदी करने से खेत का पानी खेत नहीं रहेगा साथ ही जो मित्र कीट है,पौष्टिक तत्व हैं वह भी खेत में ही रहेंगे। उन्होंने पुणे इस बात को दोहराते हुए कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र की जलवायु व मृदा जैविक खेती के लिए उपयुक्त है और यहां के उत्पाद अमृत समान है।
           भ्रमण से पूर्व संयुक्त कृषि निदेशक (बाढ़ो0 यो0) ने संयुक्त कृषि निदेशक कक्ष में एसएमएस के साथ बैठक करते हुए कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान किसानों को जैविक खेती की जानकारी अवश्य दी जाए। उन्होंने कहा कि जैविक खेती करने वाले किसानों का रजिस्ट्रेशन जैविक पोर्टल पर अवश्य सुनिश्चित कराया जाए ताकि उनके उत्पादों का सही लाभ उन्हें मिल सके।
           भ्रमण के दौरान संयुक्त निदेशक श्री एस.एस. चौहान संयुक्त कृषि निदेशक झांसी मंडल झांसी, योजना प्रभारी श्री विनय मोघे एवं दीपक कुशवाहा विषय वस्तु विशेषज्ञ उपस्थित रहे.
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