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देश पर राज करने वालों ने अपनी ताकत के कारण नहीं हमारे बटे होने के कारण हम पर राज किया _दमेले*


श्री लक्ष्मण दास दमेले इंटर कॉलेज मऊरानीपुर के प्रांगण में आज बोधिसत्व भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम विद्यालय के यशस्वी प्रबंधक नरेंद्र कुमार दमेले एवं प्रधानाचार्य मनमोहन गुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण कर तिलक लगाकर माला फूल अर्पित  किया। इस पावन पर्व के अवसर पर समस्त उपस्थितजनों ने पुष्प अर्पित किए। प्रबंधक जी ने अपने संबोधन में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक ऐसा महामानव जिसने जीवन भर कठिन संघर्ष करते हुए समाज को एकता समरसता मौलिक अधिकारों कर्तव्यों आदि का हक दिलाया बाबा साहेब के शब्दों को याद करते हुए श्री दमेले ने कहां कि हमारे देश पर राज करने वालों ने अपनी ताकत के कारण नहीं बल्कि हमारे बटे होने के कारण हम पर राज किया। प्रधानाचार्य जी ने बाबा साहब की संविधान सभा पर प्रकाश डालते हुए उन्हें महान शिल्पकार युग दृष्टा सिंबल ऑफ नॉलेज बताया। इस अवसर पर विद्वानों ने बाबाजी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। अरुण कुमार पाठक ने अपने संबोधन में बाबा साहब को भारत का मसीहा बताते हुए कहा कि उन्होंने सभी को समान दृष्टि से परखते हुए संविधान में सभी को समान अधिकार प्रदत्त किए। प्रवक्ता संतोष कुमार वर्मा ने अपने व्याख्यान में बाबा साहब के आचरणों को अपने जीवन में उतारने का और उनके बताए हुए रास्तों पर चलने का संदेश दिया। बाबूराम ने अपने संबोधन में बाबा साहब के मार्गदर्शन को अपनाते हुए अपने अपने बच्चों को शिक्षित एवं सभ्य बनाने को प्रेरित किया। सतीश तिवारी कर्तव्यों का निर्वाहन करने पर जोर डाला। इकाई मंत्री लक्ष्मीकांत आर्य  ने बाबा साहब के उद्देश्य को दोहराते हुए कहां कि शिक्षित बनो संगठित रहो संघर्ष करो। बीके वर्मा  ने अपने संबोधन में राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना बाबा साहब द्वारा किए गए विधिक सामाजिक आर्थिक राजनीतिक तत्वों का प्रकाश डाला। प्रवक्ता सुनील कुमार गुप्ता  ने अपने संबोधन में नैतिक मूल्यों एवं उत्तर दायित्व निर्वाहन पर बल दिया। प्रवक्ता रघुराई राम ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बाबा साहब को आधुनिक  राष्ट्र निर्माता युगदृष्टा महामानव महानायक और महान शिल्पकार बताते हुए स्वरचित कविता का वाचन किया।
                  इस मौके पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे डा. देवेन्द्र कुमार दुबे (पंडा जी ) वरिष्ठ लिपिक अनिल सेठ प्रताप नापित शिवम राजपूत रामाशंकर पोद्दार दौलत कुशवाहा राम विलास शर्मा ओम प्रकाश कटारे सोनू दमेले जॉनी श्रीवास रामकिशोर कुशवाहा ताज मुहम्मद मोनू जैन अनिल साहू महेन्द्र कुशवाहा फूल सिंह रैकवार आदि ।
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