झाँसी ! ग्राम ढीमरपुरा में समाजसेवी संस्था अक्षय जन सेवा समिति द्वारा आयोजित बच्चो कि पाठशाला में
समिति द्वारा क्रिसमस बच्चो के साथ मनाया। समिति ने पाठशाला के बच्चों के साथ केक काटा। सैंटा क्लॉज की ओर से बच्चों को उपहार में टॉफियां भी बांटी। बच्चों ने डांस, कविता, गाने की मनमोहक प्रस्तुति दी। बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए समिति द्वारा बच्चों को खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
समिति अध्यक्ष श्री मती सविता पचौरी ने कहा कि लोगों व बच्चों के लिए वह हमेशा तत्पर रहेंगे। यह त्यौहार सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन प्रभु ईसा मसीह या जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था। कहा कि जीसस क्राइस्ट एक महान व्यक्ति थे और उन्होंने समाज को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी थी। लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया था। इन्हें ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। उस समय के शासकों को जीसस का संदेश पसंद नहीं था। उन्होंने जीसस को सूली पर लटका कर मार डाला था। ऐसी मान्यता है कि जीसस फिर से जी उठे थे। समाज के लोग हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार मनाते हैं। इस अवसर पर डागौर मोहन यादव् ,ज्योति अग्रवाल , आशा यादव, उषा दीक्षित, सुरेन्द्र बसेड़िया, पूनम अवस्थी, संजीव अग्रवाल सन्तोश् कुमार आदि लोग उपस्थित रहे। संचालन ज्योति अग्रवाल ने किया।