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मऊ रानीपुर(झांसी)श्री शान्ति निकेतन धनुषधारी आश्रम परवारीपुरा में चल रही श्रमद् भागवत कथा के क्रम में बुन्देलखण्ड पीठाधीश्वर महाराज जी ने कहा कि श्री मद्भागवत का यह प्रभाव है कि इसके श्रवणमात्र से सभी मनुष्यों के मन में बैठा मृत्यु का भय दूर हो जाता है ।उन्होंने कहा कि इस पुराण के नाम से ही इसका महत्व ज्ञात है क्योंकि इसमें भ से भक्ति, ग से ज्ञान,व से वैराग्य और त से तरण अर्थात् मुक्ति
देने का सामर्थ्य छिपा है।इसलिए श्रद्धा और
विश्वास के साथ इसे सुनना चाहिए।इस दौरानइस कार्यक्रम में डा गदाधर त्रिपाठी,
हरि ओम श्रीधर, ओम प्रकाश
शर्मा, रमेश चन्द्र दीक्षित, राज कुमार ,विनय कुमार,अभिषेक राय,द्वारिका प्रसाद,
स्वामी राय,, मनीषा
दीक्षित, विमला दीक्षित, सुशीला त्रिपाठी,रामदेवी
कुशवाहा, ममता त्रिपाठी, कैलाश दीक्षित , डा कृष्णा पाण्डेय ,जनार्दन मिश्र , फोटोग्राफर सुल्लन
सुशील पुरवार ,दृगपालसिंह सिंह,
सुरेन्द्र रिछारिया, घनश्यामदास, ,,दिनेश ,विशा
तिवारी,रवीन्द्र दीक्षित, शरदेन्दु सुल्लेरे,, रमेश सोनी रोहित दुबे
दिनेश राजपूत, भइया जी सूरौठिया, आशु भारद्वाज ,बृजेंद्र त्रिपाठी , राकेश राय ,