ककरवई-झांसी सिद्धपीठ चकाडोरी आश्रम पर बुढ़वां मंगल की पूर्व संध्या पर अनेकानेक धार्मिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आश्रम पर एकदिन पूर्व से ही अखंड रामनाम संकीर्तन एवं संगीतमय मय अखण्ड रामायण का पाठ शुरू करवा दिया गया है। रामायण के संगीतमय पाठ के लिए कई योग्य बक्ताओं को आमंत्रित किया गया है। इसी के साथ आज अयोध्यधाम से पधारे आचार्य ज्ञानेंद्र तिवारी ने श्रीरामार्चा महायज्ञ का अनुष्ठान करवाते हुए सभी देवताओं का आवाहन पूजन किया। महंत राकेश दास जी ने बताया कि प्रतिबर्ष बुढ़वां मंगलवार को दूर दराज से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु हनुमान जी महाराज के दर्शन करने पहुंचते हैं। आज सोमवार को शुरू किए सभी धार्मिक अनुष्ठानों का पूजन व समापन मंगलवार को बिशाल भंडारे के साथ किया जाएगा। जिसमें क्षेत्रबासियों के साथ साथ बाहर से आने वाले भक्तों द्वारा प्रसाद गृहण किया जावेगा। इस मौके पर प्रमुख रूप से आचार्य हरेंद्र गौतम, पूरनलाल देवपुरिया, रामसेवक शास्त्री, अरबिन्द हाटीवाले, बल्लीमहाराज, प्रेमनारायण खरे, राकेश नायक, मैथलीशरण दूरवार, सुरेंद्र कुमार, श्रीराम पस्तोर, लल्लूकुशवाहा सहित कई भक्त जन मौजूद रहे।