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कुशल धार्मिक शासक थी अहिल्याबाई होलकर --, डॉ HK राजपाल*


मऊरानीपुर।*झाँसी।उत्तर प्रदेश की गौरवशाली शिक्षण संस्था श्री लक्ष्मणदास दमेले इण्टर कॉलेज में पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप पटेल के मुख्य अतिथ्य में एवं पूर्व नगर अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी एवं संस्था प्रबन्धक नरेन्द्र कुमार दमेले की अध्यक्षता में भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
 ज्ञात है कि देश की महान विभूति मालवा क्षेत्र की मराठा शासक और होलकर राजवंश की महारानी अहिल्याबाई के कृतित्व व व्यक्तित्व को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा देश व प्रदेश भर की शिक्षण संस्थानों में उन पर आधारित रंगोली,  चित्रकला, महिला सशक्तिकरण दौड़, भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। उसी क्रम में संस्था में रंगोली प्रतियोगिता व भाषण का आयोजन किया गया। 
कार्यक्रम के शुभारम्भ  में मुख्य अतिथि द्वारा ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की पूजा अर्चना व दीप प्रज्वलन किया गया,  विद्यालय की शिक्षिकाओं निर्मला भारती एवं सुमिता सेन द्वारा सरस्वती वन्दना का गायन किया गया।  तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा का अनावरण किया गया एवं प्रबन्धक नरेन्द्र दमेले,  प्रधानाचार्य सुनील गुप्ता, जिला संयोजक जय प्रकाश पाल,  मण्डल अध्यक्ष रोहित सोनी एवं समस्त अतिथिगण, शिक्षक गणों ने मां सरस्वती एवं देवी अहिल्याबाई को पुष्प अर्पित किये।  सभी अतिथियों का सम्मान पुष्प वर्षा कर व माल्यार्पण कर किया गया।  प्रधानाचार्य द्वारा मुख्य अतिथि का श्वेत ग्रीष्म वस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
जयन्ती समारोह के प्रस्तावना भाषण में कार्यक्रम के सहसंयोजक डॉ0 एच0 के0 राजपाल द्वारा महारानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। मालवा क्षेत्र के प्रतापी शासक मल्हारराव होल्कर की पुत्रवधू जिसने अपनी पति की मृत्यु के बाद शासन की बागडोर संभाली साधारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से महान न्यायकारी कुशल धार्मिक शासिका के रूप में प्रतिष्ठित हुई। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को आदि शंकराचार्य,  राजा विक्रमादित्य एवं साहसी दूरदर्शी योद्धा के संगम के रूप में देखा जा सकता है। इसी क्रम में सतीश तिवारी द्वारा अहिल्याबाई की भेदभावरहित न्यायप्रियता के उदाहरण को सुनकर श्रोता भावुक हो गए।  जिला संयोजक जयप्रकाश पाल द्वारा बताया गया कि कैसे अहिल्याबाई के संघर्ष से हम सबको सीख लेनी चाहिए। उनके आदर्श को आज के समय में अनुकरणीय बताया।

 मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप पटेल ने कहा कि अठारह शताब्दी में अपनी राजधानी महेश्वर इंदौर में निवास करने वाली रानी अहिल्याबाई पूरे देश में धर्म के पुनर्जागरण के अग्रदूत की भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि अहिल्याबाई के कार्य आज भी प्रासंगिक हैं। गुजरात से खेती व उद्योग करने वालों को उन्होंने न्योता दिया एवं बनारस के बुनकरों को न्योता दिया जिनकी पीढ़ी आज भी महेश्वर में प्रसिद्ध महेश्वरी साड़ी का निर्माण करती है। अहिल्या को पुण्यश्लोक,  देवी व लोकमाता जैसे पदों से अलंकृत करना ही उन्हें देवीस्वरूप मानना प्रदर्शित करता है।  उन्होंने सरकार द्वारा समाज में समानता,  नैतिकता,  सद्भावना, राष्ट्रभक्ति की भावना जागरण के प्रयास कार्यक्रमों को सबके सम्मुख रखा।  अध्यक्षीय भाषण में विद्यालय प्रबन्धक नरेन्द्र दमेले ने अहिल्यबाई को सभी को प्रेरणा देने वाली महान सन्त वीरांगना बताया।  उनकी युद्धकला, परिवार व प्रजा के प्रति पूर्ण समर्पण प्रत्येक नागरिक को राष्ट्र कर्तव्य बोध कराता है। अन्त में प्रधानाचार्य सुनील गुप्ता द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर अतिथिगणों में विशेष रूप से  मण्डल अध्यक्ष रोहित सोनी, रविकान्त आर्य महामंत्री अनुसूचित जाति मोर्चा, संदीप पटसारिया,  दीपक कुशवाहा, सुधांशु अवस्थी व अन्य मौजूद रहे। विद्यालय शिक्षकों में कार्यक्रम स्वागतध्यक्ष संतोष वर्मा,  बाबूराम गौतम, संतोष कुमार मिश्रा, निर्मला भारती,  शिव कुमार खरे, रघुराई राम, सतीश तिवारी अरुण कुमार पाठक, जगमोहन भोंड़ेले,  विनोद कुमारी अग्निहोत्री, नवीन कुमार,  बृजेश कुमार कौशिक,  बालकृष्ण वर्मा, अशोक कुमार खरे,  लवलेश कुमार,  लक्ष्मीकांत आर्य,  राकेश कुमार सराफ, सुरेश कुमार, विजय कुमार गुप्ता, बालकिशन कुशवाहा,  महेंद्र सिंह यादव,  राम प्रकाश,  जय सिंह, दीपक अग्रवाल,  सुनील राय, राम प्रताप कुशवाहा,  डॉ0  संजीव कुमार, संदीप सक्सेना,  लकी गुप्ता,  शिवम राजपूत,  प्रियंका भूषण डॉ0 हरकिशुन,  अक्षय रावत,  सुमित सेन,  वरिष्ठ लिपिक अनिल गुप्ता,  शिवम राजपूत, प्रियांक पहारिया,  सत्येंद्र गुप्ता,  अरविंद पटेल,  शिवनारायण यादव, शिवम शर्मा,  रामविलास शर्मा, पुष्पेंद्र कुमार,  कृष्ण वर्मा, ओंकार, राजेंद्र कुमार,  धर्मेंद्र कुमार,  भुवनेश कुमार,  गणेश पाराशर,  प्रशांत,  आशीष कुमार,  कैलाश श्रीवास,  कुलदीप सिंह धनगर, सुरेन्द्र पाल व छात्र अभिभावक उपस्थित रहे।मंच संचालन प्रखर वक्ता रघुराई राम द्वारा किया गया।
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