मऊरानीपुर(झांसी)श्री शान्ति निकेतन धनुषधारी आश्रम मे श्री राम कथा के सम्पन्नता दिवस पर
कथा व्यास श्री रामजीवन पस्तोर ने कहा कि श्री राम वन गमन के अवसर पर जब
सीता जी को साथ ले चलने में श्रीराम ने अपनी अनिच्छा व्यक्त की तब महारानी ने
कहा कि आर्य श्रेष्ठ पति के विना पत्नी उसी तरह से कान्ति हीन होती है जैसे प्राण के विना देह और जल के विना नदी। वहीं बुन्देलखण्ड पीठाधीश्वर महाराज
श्री ने चित्रकूट की महिमा का कथन करते हुए बताया कि जो कोई मन्दाकिनी,का स्नान करते हुये श्री राम नाम के स्मरण सहित छह महीने वहा वास करता है
उसे सहज में ही सकल पदारथ प्राप्त होते हैं। इस मौके पर हरि ओम श्रीधर, ओम प्रकाश
शर्मा, रमेश चन्द्र दीक्षित, राज कुमार ,विनय कुमार,अभिषेक राय,
स्वामी राय,, मनीषा दीक्षित, विमला दीक्षित, सुशीला त्रिपाठी,
ममता त्रिपाठी, कैलाश दीक्षित , डा कृष्णा पाण्डेय ,जनार्दन मिश्र , फोटोग्राफर सुल्लन
सुशील पुरवार ,
सुरेन्द्र रिछारिया, दिनेश पटैरिया ,विशाल
तिवारी,रवीन्द्र दीक्षित, शरदेन्दु सुल्लेरे,, रमेश सोनी
दिनेश राजपूत, भइया जी सूरौठिया, आशु भारद्वाज ,, राकेश राय ,
कालका प्रसाद भरद्वाज
प्रभाकर पाण्डेय, सन्तोष कुमार मिश्र
काजल द्विवेदी, किशोरी शरण अरजरिया, हरी मोहन ताम्रकार, सत्य नारायण अग्रवाल
रामनारायण चतुरर्वेदी
जय प्रकाश खरे विमला खरे
आयुष खरे सुभाष अवस्थी मुन्नी लाल कटारे शैलेन्द्र खरे,आर, के,त्रिपाठी ,मुरारी लाल,सिद्धि दुबे,ऋद्धि दुबे,पूजा त्रिपाठी , अरविन्द भौंड़ेले, अनिल पाठक, प्रदीप,पाठक,धर्मेन्द्र रिछारिया, कृष्ण गोपाल बबेले,उर्मिला तिवारी,पप्पू तिवारी,बृजेंद्र त्रिपाठी,अनन्त राम सर्राफ,बैजनाथ तिवारी तथा पूर्व चेयर मैन हरिश्चन्द्र आर्य , चेयरमैन प्रतिनिधि आयुष श्रीवास,केशव तिवारी, अभिषेक राय,अम्बरीष बबेले मौजूद रहे।