गुरसरांय। झांसी के गुरसराय में टप्पेवाज सक्रिय हो गए हैं। किसी से 1 लाख तो किसी से 2 लाख की टप्पेबाजी हो गई है। लेकिन गुरसराय पुलिस है कि मुकदमा दर्ज ही नहीं कर रही है। पीड़ित थानों के चक्कर काट काट कर परेशान हैं।
केस -1
पहला मामला गुरसराय के एरच रोड स्थित निजी सब्जी मंडी का है। जहां पर आलू के व्यापारी अली हसन का 1 लाख 15 हजार रुपये और मोबाइल फोन टप्पेवाज ने उड़ा दिया। इसकी सीसीटीवी फुटेज भी देखी गई। पीड़ित ने 112 नंबर पर इसकी सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची । साथ ही थाना पुलिस को भी लिखित तहरीर देकर घटना की जानकारी दी, लेकिन आज तक पीड़ित को एफ आई आर की कॉपी नहीं दी गई और न ही घटना का खुलासा हुआ।
केस -2
दूसरा मामला 10 मई का है। जहां पंजाब नेशनल बैंक से 2 लाख निकाल कर लाए सेरिया गांव के रहने वाले यशवंत सिंह की बाइक से एसबीआई बैंक के पास से टप्पेबाजों बैग गायब कर दिया है। यशवंत के बैग में तमाम कागजात भी थे। उनको यह पैसे बेटे की पढ़ाई और खेती बाड़ी के लिए चाहिए थे। इस मामले में भी पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की।
कस्बे में ही हो रहीं घटनाएं, क्या कर रहे कस्बा इंचार्ज?
इन दो घटनाओं के अलावा अप्रैल और मई में गुरसराय कस्बे में और भी तमाम घटनाएं हुई हैं। लेकिन पुलिस इन घटनाओं को पंजीकृत नहीं कर रही है, और बड़े अफसरों की नजर में गुरसराय थाने में कोई भी आपराधिक प्रकरण ना होने का दावा भी करती रहती है, लेकिन धरातलीय स्थिति कुछ और ही बता रही है। कागजों में भले ही घटनाओं का कोई जिक्र न हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है । गुरसरांय क्षेत्र में बीते अप्रैल और मई माह में कई लोगों के साथ टप्पेबाजी हो चुकी है। खास बात यह है कि यह तमाम घटनाएं गुरसराय कस्बे में ही हो रही हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि आप पर कस्बा इंचार्ज इन घटनाओं पर लगाम क्यों नहीं लगा पा रहे हैं?